दुख भरी शायरी

दोस्तों आज हम आपके सामने पेश करने जा रहे हैं दुख भरी शायरी हिंदी में, हमारे द्वारा प्रस्तुत की गई ये दुख दर्द भरी शायरी सीधे आपके दिल में उतर जाएंगी, हम जानते हैं कि दुख दर्द शायरी की तलाश किसे है, अक्सर हम अपने प्रेमी या प्रेमिका से अलग होने के बाद दुख दर्द भरी शायरी पढ़ना पसंद करते हैं, क्योंकि इन शायरी में सच्चाई होती है। और ये शायरी उन लोगो के लिए ही होती जो अपनों से अलग हो जाने के बाद उनकी याद में तड़पते है।

दुख भरी शायरी

ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया। जाने क्यूँ आज तिरे नाम पे रोना आया।।

यूँ तो हर शाम उमीदों में गुज़र जाती है। आज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया ।।

कभी तक़दीर का मातम कभी दुनिया का गिला। मंज़िल-ए-इश्क़ में हर गाम पे रोना आया ।।

मुझ पे ही ख़त्म हुआ सिलसिला-ए-नौहागरी। इस क़दर गर्दिश-ए-अय्याम पे रोना आया ।।

जब हुआ ज़िक्र ज़माने में मोहब्बत का ‘शकील’। मुझ को अपने दिल-ए-नाकाम पे रोना आया ।।

मैं भूल जाता हु तुझे फिर भी ख्यालों में आती है तू,
खुली आंखों में आकर ख्वाब दिखाती है तू,
अब आता नहीं मैं
किसी के बहकावे में,
एक लड़की मुझे इतना समझदार कर गई…!!!
यादों के सपर्श बड़े अजीब होते है 
कोई भी ना हो पास फिर भी ये बहुत करीब होते है….!!
अजीब जुल्म करती हैं तुम्हारी यादें मुझ पर ,
सो जाऊँ तो उठा देती हैं ,
जाग जाऊँ तो रुला देती हैं !!!
मैने उसको पाने की चाहत में
उसे इतना तड़पाया इतना तड़पाया,
के आज उसे हमेशा के लिए खो दिया..!!!
न हम रहे दिल लगाने के काबिल,
न दिल रहा ग़म उठाने के काबिल,
लगे उसकी यादों के
जो ज़ख़्म दिल पर,
न छोड़ा उसने मुस्कुराने के काबिल।।
रात भर इंतजार किया उसके जवाब का,
सुबह एहसास हुआ, जवाब ना आना भी तो एक जवाब है..!!!

दुख भरी शायरी

दोस्तों आज हम आपके सामने दुख भरी शायरी हिंदी में पेश करने जा रहे हैं ये शायरी आप कॉपी करे और अपनों को आप अपना दुःख दर्द बता सकते हो ।

जब भी आइने को निहार के देखता हूँ
खुद के साथ तुझको हर बार देखता हूँ
ये इश्क नहीं तो
फिर और क्या है
मेरे ख़्वाबों में बस तेरा ही चेहरा है ।।
तुम्हारी साँसों से है नाता हमारा
भूल कर भी कभी भूल न जाना,
तुम्हारी यादों के सहारे है जीना हमारा।।
यूं तो भूले हैं
हमने लोग कई ,
पहले भी बहुत से
पर तुम जितना कोई उनमें से
याद नहीं आया
तुम क्या जानो
मैं खुद से शर्मिंदा हूं,
छूट गया है साथ तुम्हारा,
फिर भी जिंदा हु..!!!
उजाले अपनी यादो के
हमारे साथ भी रहने दो,
ना जाने किस गली मैं ज़िंदगी की शाम हो जाए|
एक शक्स मुझे अपने
यादों का गुलाम करके गया…
मेरी रातों की नींदों को वो हाराम करके गया !!
बादलो से कह दो
जरा सोच समझकर बरसे, 
अगर मुझे उसकी याद आ गयी
तो मुकाबला बराबरी का होगा ।।
जब वो गए हैं हमसे मुलाकात करके
दिल की सूनी धडकनों में जज्बात भरके
गमसुम हो गया हूँ
कुछ होश नहीं है
दिन रात कट रहे हैं
बस तुझे याद करके।।
तनहाई में गुजरता है दिन मेरा
बेचैनी आ के गले लगाता है मुझे
रात भर बरशात कराता है यादें
उसकी तलब आज भी तड़पाता है मुझे
काश कोई ऐसी गजल लिखूँ
तुम्हारी याद में,
तुम ही तुम दिखाई दो
मेरे हर एक अल्फाज़ में!!

दुख भरी शायरी

दोस्तों आज हमने आपके सामने दुख भरी शायरी हिंदी में लेकर आया हु अगर आपको ये शायरी आपको पसंद आई हो और किसी टॉपिक पर आपको शायरी नहीं मिल रही हो तो आप हमें कमेंट करे हम आपके लिए उस टॉपिक पर शायरी जरूर लेकर आएंगे । 

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